Friendship Effect बार-बार परखने से कच्ची होती है पक्की दोस्ती काची

Friendship Effect

Sep 27, 2023 - 11:42
Sep 27, 2023 - 16:51
Friendship Effect बार-बार परखने से कच्ची होती है पक्की दोस्ती  काची
Friendship Effect

Friendship Effect : परिवार के बाद दोस्त ही हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा होते हैं। आज के समय में एक अच्छा दोस्त एक जीवन जैसा ही है। कहा भी जाता है कि अच्छा दोस्त मिलना भी किस्मत की बात होती है क्योंकि यही वह व्यक्ति होता है जिस पर आप कई बार अपने से ज्यादा भरोसा करते हैं। पर अक्सर देखने को मिलता है कि लोग अपने पुराने अनुभवों और समाज में व्याप्त अधूरी, भ्रम वाली जानकारी के चलते अपने दोस्त पर भरोसा नहीं करते हैं। बार-बार उनको आजमाते रहते हैं। कई बार फ्रेंडशिप टूटने का कारण भी यही बनता है। जानते हैं कि कैसे अच्छे फ्रेंड को पहचानें-

आपकी चीजों में रुचि?

अच्छे दोस्त अपने दोस्तों की हर चीजों में रुचि रखते हैं। इसमें आपकी लाइफ, इमोशन और जीवन में चल रही किसी भी तरह की परेशानी में खास रुचि रखते हैं। कई बार तो अपनी विशेष चीजों की भी परवाह नहीं करते हैं जबकि फेक दोस्तों को केवल अपनी ही परवाह होती है।

जरूरत में याद करना

अगर कोई दोस्त केवल अपनी जरूरतों पर ही आपको याद करता है तो समझ लें कि वह दोस्त सही नहीं है। जब उन्हें आपसे कोई काम हो, या फिर किसी तरह की हेल्प चाहिए हो तो ही संपर्क करते हैं। हो सकता है कि जब आप फोन करें तो फोन ही न उठाएं। मैसेज का रिप्लाई ही न दें।

पार्टी और खुशी से भी अनुमान.. जब भी कोई अच्छा काम करता है तो दोस्त पार्टी मांगते हैं। उसकी खुशी में शरीक होते हैं। लेकिन फेक दोस्तों को उसकी सफलता से जलन होती है। दोस्त से ही कॉम्पीटिशन महसूस होता है।

भरोसा है या नहीं: जब भी दोस्ती की परख करनी हो तो पहला सवाल खुद से करें कि क्या यह आपका सही दोस्त है? क्या मैं इस पर भरोसा कर सकता हूं? क्या मैं अपने सीक्र्रेट्स शेयर कर सकता हूं? फिर पुराने अनुभवों पर भी ध्यान दें जैसे कि उसने आपकी बातों को कहीं शेयर तो नहीं किया है आदि।

लेने-देन से आगे है या नहीं: एक सच्ची दोस्ती में लेन-देन होना स्वाभाविक है लेकिन इसका ध्यान रखना होता है कि केवल लेन-देन वाली दोस्ती तो नहीं है क्योंकि यह बिजनेस है। अगर इससे आगे है तो ठीक है। दोस्त की केयर आप करते हैं और वह भी बिना तुलना किए मदद करता है तो दोस्ती सही है।

साथ बिताया गया समय: एक पक्की दोस्ती में दोस्त के साथ बिताया गया समय ही खास होता है। यदि आप और आपका दोस्त बहुत समय साथ बिताते हैं और इसकी कीमत के तौर पर नहीं देखते हैं तो माना जा सकता है कि दोस्ती पक्की है।

समर्थन: पक्की दोस्ती में कई बार दोस्त व्यक्तिगत रूप से सहमत नहीं होता है लेकिन सार्वजनिक रूप से आपका समर्थन करता है। जरूरत पड़ने पर अलग से बात करता और डांटता भी है।

गर्मजोशी: रिश्तों में गर्मजोशी ज्यादा मायने रखती है। अच्छा दोस्त हर परिस्थिति, समय, स्थान पर गर्मजोशी के साथ ही मिलता है क्योंकि दोस्ती में शरीर दो होते हैं लेकिन मन तो एक होता है।