फाइटर पायलट कैसे बने। फाइटर पायलट बनकर दे सकती हैं अपने सपनों को उड़ान

How to become a fighter pilot

Aug 26, 2023 - 11:00
फाइटर पायलट कैसे बने। फाइटर पायलट बनकर दे सकती हैं अपने सपनों को उड़ान

How to Become a Fighter Pilot. वर्तमान में भारतीय वायुसेना में 17 महिला पायलट हैं। पिछले कुछ सालों में महिलाओं ने पायलट बनने में दिलचस्पी दिखाई है, नतीजा एयरफोर्स में इनकी संख्या बढ़ी है। अब देश की बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। अगर आप भी भारतीय वायु सेना में बतौर पायलट शामिल होना चाहती हैं और इसकी अनिवार्य योग्यता रखती हैं तो इस ओर कदम बढ़ा सकती हैं। जानिए, महिलाएं बतौर पायलट कैसे बना सकती हैं अपना कॅरियर...

कौन बन सकता है फाइटर पायलट?

अगर आपने 12वीं पास किया है और उम्र 16.5 से 19 साल के बीच है तो फाइटर पायलट बनने की तरफ पहला कदम बढ़ा सकती हैं। इसके लिए एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी की परीक्षा में शामिल होना होगा। संघ लोक सेवा आयोग साल में दो बार इसकी परीक्षा आयोजित करता है। फिर एसएसबी और मेडिकल एग्जाम की प्रॉसेस से गुजरना होता है। ये सभी चरण महत्वपूर्ण हैं।

पेपर पैटर्न

इस परीक्षा में शामिल होने के लिए मैथ्स एक जरूरी सब्जेक्ट है। परीक्षा में मैथ्स का तीन सौ नंबर का प्रश्नपत्र होता है। पासिंग मार्क 75 अंक है। इसके अलावा तीन सौ नंबर का इंग्लिश और तीन सौ नंबर के अन्य सब्जेक्ट का पेपर देना होता है। चयन मेरिट के जरिए होता है।

एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट

एनडीए के अलावा एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट के जरिए भी पायलट बनने का सपना साकार कर सकती हैं। यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं मैथ्स के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसके अलावा ग्रेजुएशन होना जरूरी है। कैंडिडेट की उम्र 20 से 24 साल के बीच तो वो भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित इस परीक्षा में शामिल हो सकती हैं। इस लिखित परीक्षा, एसएसबी और मेडिकल, तीनों चरण पार करने के बाद कैंडिडेट एयरफोर्स में शामिल हो सकता है। एंट्री से पहले ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसके बाद आपका सपना सच हो सकेगा।

देश में कितनी पायलट?

वर्तमान में देश में लगभग 18 हजार पायलट हैं, इसमें ढाई हजार महिलाएं हैं। ये सामान्य पायलट हैं फाइटर पायलट नहीं। भारतीय वायुसेना में करीब दर्जनभर लड़कियां ही बतौर फाइटर पायलट काम कर रही हैं। यह आंकड़ा इसलिए कम है क्योंकि 2022 में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने की योजना में बदलाव किया। महिलाओं को वायुसेना में शामिल करने की प्रायोगिक योजना और स्थानीय योजना में बदलने का फैसला लिया गया। अब इनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

पायलट बनने के लिए महिला कैंडिडेट की लम्बाई न्यूनतम 162.5 सेंटीमीटर होनी चाहिए। महिला पायलट की शैक्षणिक योग्यता एनडीए और एएफसीएटी द्वारा जारी की जाती है। अधिक जानकारी के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। इस तरह अगर आप पायलट बनना चाहती हैं तो इसकी तैयारी की तरफ कदम बढ़ा सकती हैं। ध्यान रखें सेलेक्शन के बाद एयरफोर्स आर्थिक मदद करना शुरू कर देती है। पूरी ट्रेनिंग फ्री है, हालांकि ट्रेनिंग के दौरान अनुशासित होना जरूरी है। इसमें अलग ही रोमांच का अनुभव होता है।

मिल सकती है स्कॉलरशिप

अगर चाहें तो इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से ग्रेजुएशन करते हुए एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट की तैयारी की जा सकती है। यहां कुछ स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देने का प्रावधान है। ऐसे में अगर कैंडिडेट को स्कॉलरशिप मिलती है तो उसके लिए खर्च के मामले में बड़ी राहत साबित हो सकती है।