Pakistan Election 2024: इमरान के 100 से अधिक प्रत्याशी दे रहे कड़ी टक्कर, पंजाब में सर्वाधिक बढ़त

Feb 9, 2024 - 17:20
Feb 9, 2024 - 17:43
Pakistan Election 2024: इमरान के 100 से अधिक प्रत्याशी दे रहे कड़ी टक्कर, पंजाब में सर्वाधिक बढ़त

इस्लामाबाद. Pakistan Election 2024 पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के आम चुनाव में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार गुरुवार को सौ से अधिक सीटों पर कड़ी टक्कर दे रहे हैं। उन्हें सर्वाधिक बढ़त पाकिस्तान के सबसे अहम पंजाब प्रांत में मिलती दिख रही है, जिसे तीन बार के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन का गढ़ माना जाता है।

हालांकि, नवाज शरीफ अपनी पार्टी की जीत को लेकर आशान्वित नजर रहे हैं। उन्हें इस बार पाकिस्तान सेना का पूरा समर्थन हासिल है, जो परोक्ष रूप से चुनाव पर हावी है। देर रात मिली सूचनाओं के बाद इमरान और नवाज की पार्टियों की तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं। नेशनल असेंबली में सरकार बनाने के लिए 134 सीटों के जादुई आंकड़े का पाना है। पाकिस्तान में मतगणना के रूझानों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि चुनाव आयोग पूरी तरह चुप्पी साधे है। इससे पहले धांधली के आरोपों और सेल्युलर और इंटरनेट बंदी के बीच गुरुवार को मतदान हुआ।

45 फीसदी हुआ मतदान

एक अनुमान के अनुसार पाकिस्तान में 40-45% मतदान दर्ज किया गया, जो कि 2018 के 51 फीसदी मतदान से काफी कम है। रुझानों और मीडिया रिपोर्टिंग के मुताबिक, चुनाव में इमरान खान की पार्टी तहरीके इंसाफ के समर्थन से खड़े उम्मीदवारों ने तमाम बंदिशों के बाद भी बेहतर प्रदर्शन किया है। वहीं, पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने भी अपनी पार्टी पीएमएल- नवाज के बहुमत के साथ जीत का दावा किया गया है।

बहुमत के लिए 134 सीटों पर जीत की जरूरत

 पाकिस्तान की 336 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए 169 सीटों की आवश्यकता होगी। यहां मतदाता सीधे 266 सदस्यों का चुनाव करते हैं, जबकि सीटें 70 आरक्षित हैं। इनमें से 60 महिलाओं के लिए और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित होती हैं, जो कि प्रत्येक पार्टी द्वारा जीती गई सीटों की संख्या के अनुसार आवंटित की जाती हैं। इस तरह पाकिस्तान में किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 134 सीटों पर सीधे चुनाव में विजय की जरूरत है। चुनाव आयोग के मुताबिक, नेशनल असेंबली की रेस में इस बार कुल 5,121 उम्मीदवार मैदान में थे। नेशनल असेंबली के साथ ही चार प्रांतों में भी चुनाव हुए।

बाहर नहीं आ रही सूचना

चुनाव के बाद मतगणना की रिपोर्टिंग में खासी लाचारी देखी जा रही है। कोई भी चैनल आधिकारिक रूप से यह बताने की स्थिति में नहीं है किस पार्टी को कितनी सीटों पर बढ़त मिली है और कितनी सीटों पर विजय मिली है। चैनलों पर एक चुनाव में एक समग्र दलीय स्थिति बताने के बजाए सिर्फ अलग-अलग सीटों पर कौन आगे चल रहा रहा है और कौन पीछे सिर्फ यही बताया जा रहा है।

2018 के दोहराए जाने की आशंका: मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव के परिणाम बताने में जानबूझकर देरी की जा रही है। 2018 में भी ऐसा ही किया गया था, जब देर रात ट्रांसमिशन रोक दिया गया था। इसके बाद सुबह घोषित परिणामों में इमरान खान की पार्टी पीटीआइ को जीता दिखाया गया।