World's Largest Iceberg: 30 साल बाद आगे खिसकने लगा दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड

World's Largest Iceberg

Nov 25, 2023 - 13:36
Nov 25, 2023 - 13:43
World's Largest Iceberg: 30 साल बाद आगे खिसकने लगा दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड
World's Largest Iceberg: 30 साल बाद आगे खिसकने लगा दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड

वाशिंगटन. दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड 30 साल तक समुद्र तल पर अटके रहने के बाद अब आगे बढ़ रहा है। ए 23 ए नाम का यह हिमखंड 1986 में अंटार्कटिक तटरेखा से अलग हो गया था, लेकिन यह तेजी से अंटार्कटिका के वेडेल सागर में समा गया और बर्फ का द्वीप बन गया। करीब 4,000 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला यह हिमखंड लंदन के आकार से दोगुना है। तेजी से बह रही यह बर्फीली चट्टान अब अंटार्कटिका जल से आगे बढ़ रही है।

ब्रिटिश अंटार्कटिका सर्वे के रिमोट सेंसिंग विशेषज्ञ डॉ. एंड्रयू फ्लेमिंग के अनुसार लगभग चार दशक पहले ही यह हिमखंड स्थिर हो गया था, लेकिन धीरे-धीरे यह आकार में इतना कम होने लगा कि इसकी पकड़ ढीली हो गई और तीन साल पहले मैंने इसमें पहली बार हलचल देखी। एंड्रयू ने अपने कुछ सहकर्मियों से इस बारे में पूछा। शुरू में लगा कि बर्फ के इस स्लैब के पानी के तापमान में कोई संभावित बदलाव हुआ होगा, जिसने इसे उकसाया होगा। लेकिन सभी का मानना था कि अब समय आ गया है कि यह आगे बढ़े।

पर्यावरण के लिए कई मायनों में जीवनदायी है हिमखंड

ध्रुवीय क्षेत्रों के हिमखंड संपूर्ण पृथ्वी के पर्यावरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अमरीका के वुड्स होल ओशियनोग्राफिक इंस्टीट्यूशन की डॉ. कैथरीन वॉकर के अनुसार कई मायनों में ये हिमखंड जीवनदायी हैं। ये कई जैविक गतिविधियों के मूल बिंदु हैं। जैसे ही हिमखंड पिघलते हैं वे खनिज धूल छोड़ते हैं, जो समुद्री खाद्य शृंखलाओं के आधार पर जीवों के लिए पोषक तत्व के स्रोत के रूप में कार्य करती है। हालांकि सभी हिमखंड अंतत: पिघलने और विघटित होने के लिए बाध्य हैं।

हिमशैल पथ में बहेगा विशालकाय हिमखंड

ए23ए के खिसकने में हाल के महीनों में हवाओं और धाराओं के कारण तेजी आई है। अब यह अंटार्कटिक प्रायद्वीप के उत्तरी सिरे से गुजर रहा है। इसके जल्द ही अंटार्कटिक सर्कम्पोलर करंट, जिसे आम बोलचाल की भाषा में 'हिमशैल पथ' के नाम से जाना जाता है, में बह जाने की उम्मीद है। यह संभवत: इसे दक्षिण अटलांटिक की ओर ले जाएगा। वैज्ञानिक ए23ए की यात्रा पर कड़ी नजर रख रहे हैं, क्योंकि यह दक्षिण जॉर्जिया द्वीप पर प्रजनन करने वाले लाखों सील, पेंग्विन और अन्य समुद्री पक्षियों के आहार में हस्तक्षेप कर सकता है। इससे वे बच्चों को ठीक से भोजन नहीं दे पाएंगे।