ज्ञानवापी परिसर सर्वे का चौथा दिन में एएसआइ ने मलबे में तलाशे मंदिर के चिह्न

Aug 8, 2023 - 09:46
Aug 8, 2023 - 10:05

Gyanvapi Survey Update ज्ञानवापी परिसर  वाराणसी : ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के चौथे दिन सोमवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) टीम का ध्यान व्यास जी के कमरे और पश्चिमी दीवार के पास जमा मलबे पर रहा। टीम ने इनमें मौजूद आकृतियों व अवशेषों में मंदिर के निशान तलाशे । धूल-मिट्टी के बीच तराशे हुए पत्थर मिल रहे हैं, जो मंदिर के अवशेष जैसे नजर आते हैं। 

दीया जलाने के लिए बने ताखों और जमीन पर पड़े पत्थरों की मर्तियों जैसी आकृतियों की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी भी कराई गई। इमारत के तीनों शिखर के बाहर व अंदर भी जांच जारी रखी। उनके नीचे मौजूद शिखरों की बनावट को दस्तावेज के रूप में दर्ज किया गया। सुबह दर्शनार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए टीम दिन में 11 बजे ज्ञानवापी पहुंची। साढ़े 11.30 बजे से सर्वे शुरू हुआ। माज की वजह से 12.30 बजे सर्वे को रोक दिया गया। नमाज के बाद 2.30 बजे शुरू हुआ जो 5.30 बजे तक चला।

कभी परिसर के एक तहखाने का स्वामित्व पं. बैजनाथ व्यास के नाम था। चार हिस्सों में बंटे व्यास जी के कमरे के दो हिस्सों तक तो किसी तरह पहुंचा जा सकता है, लेकिन दो हिस्सों में बांस-बल्ली के साथ मिट्टी के ढेर व पत्थर के छोटे-बड़े टुकड़े पड़े हैं। मंदिर पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी व सुधीर त्रिपाठी के अनुसार उसमें दबे नक्काशी किए पत्थरों के टुकड़े सामने आ रहे हैं। मलबे को बाहर नहीं निकाला जा रहा, वहीं किनारे लगाया जा रहा है।

  • व्यास जी के कमरे में जमा मलवा हटाने पर मिल रहे मंदिर के अवशेष
  • पश्चिमी दीवार के पास जमा मलवे में दिख रहीं फूल-पत्तियों की आकृतियां
  • ताखों पर पड़े पत्थरों की मूर्तियों जैसी आकृतियों की हो रही है वीडियोग्राफी

सर्वे पूरा होने में समय लगेगा। यह उम्मीद करना उचित नहीं कि हर दिन कोई नई बात सामने आएगी। सर्वे पूरा होने पर रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी। हम सभी को इसका इंतजार करना चाहिए। - विष्णु शंकर जैन, वकील, मंदिर पक्ष

ज्ञानवापी परिसर में त्रिशूल का चिह्न होने की बात कही जा रही है, लेकिन हम अरबी भाषा में उसे अल्लाह कहते हैं। यह तो अदालत में तय होगा कि चिह्न क्या है? वस्तुस्थिति को स्पष्ट करने के लिए ही तो एएसआइ सर्वे कर रही । - एखलाक अहमद वकील, मस्जिद पक्ष