World Vegan Day : बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखती वीगन डाइट, विशेषज्ञ सलाह से लें
World Vegan Day : वीन डाइट केवल पेड-पौधे से मिलने वाले उत्पादों वाली डाइट है। फल सब्जियां अनाज, फलियां और मेवों के साथ सोया मिल्क टोफू (सोया पनीर) नारियल और बादाम का दूध, वनस्पति तेल का सेवन कर सकते हैं। इसमें मांस, डेयरी, अंडे और शहद वाले उत्पाद शामिल नहीं होते हैं। वीगन डाइट को कई कारणों से चुनते हैं। खासकर इसके स्वास्थ्य लाभ, पर्यावरण संबंधी चिंताएं और पशुओं को उनके अधिकारों से जुड़ी नैतिकताएं शामिल हैं। वीगन डाइट एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को घटता है। हृदय रोगों में राहत मिलती है बीगन डाइट लेने वालों का बीपी सामान्य रहता है वजन बढ़ने की आशंका घटती है क्योंकि सब्जियों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर अपेक्षाकृत कम होता है। इसे लेने से कैंसर पाचन संबंधी बीमारियों का खतरा भी घटता है।
कौन नहीं ले सकते हैं
जिनका वजन कम है, एनीमिया, हार्मोन असंतुलन, विटामिन बी 12 की कमी और अभिगा-3 फैटी एसिड की कमी तो इस डाइट को नहीं लें। अगर लेते हैं तो इन चों से भरपूर चीजें ज्यादा लें जिन्हें आंतों की समस्या है वे भी इसको लेने से बचें बच्चों को भी नहीं देना चाहिए क्योंकि इसमें एक तरह की ही डाइट देते हैं बच्चों में कैल्शियम और आयरन की कमी हो सकती है।
कौन ले सकते हैं
जिनका वजन ज्यादा है और जिन्हें लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियां जैसे कि ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और डायबिटीज आदि है तो उन्हें डाइट डॉक्टरी या विशेषज्ञ की सलाह से लेनी चाहिए। कई रिसर्च बताते हैं कि प्लॉट बेस्ड डाइट में माइको न्यूट्रिएंट्स ज्यादा होते हैं जो इन बीमारियों को न केवल रोकते हैं, बल्कि होने पर इसके दुष्प्रभाव को भी कम करते हैं।
वीगन ( VEGAN ) डाइट के प्रकार
होल ग्रेन वीगन डाइट : साबुत अनाज इस श्रेणी में आता है। इसी तरह से फल खाएं, जूस न लें। होल ग्रेन में मैदा, आटा या पास्ता के बजाय साबुत और मिश्रित अनाज लें वेजिटेबल को सूप के बजाय वैसे ही पकाकर खाएं।
जंक बेस्ड वीगन डाइट : इसमें जंक फूड जैसे पास्ता आदि है।
- हाई फैट वीगन डाइट : इसे कीटो डाइट का उपयोग करने वाले लेते हैं। इसमें हाई फैट डाइट के लिए ऑलि-सरसों, सोयाबीन तेल लेते हैं।'
- न्यूट्रिटेरी वीगन डाइट : इसमें ज्यादा हरी सब्जियां लेते हैं। पाचन में दिक्कत वाले लोग इसे न लें।
- ब्राइव वीगन डाइट : इसमें आप बहुत सी सब्जियों के साथ नूडल्स और पास्ता को शामिल कर सकते हैं।
- डिटॉक्स बीगन डाइट : इसमें बहुत से जूस, स्मूदी और स्प्राउट्स होते हैं। अनाज भी होता है। चारू मेहता, अहमदाबाद
शहद को आहार में लेने से न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है बल्कि शहद एंटीसेप्टिक के रूप में भी काम करता है। शरीर पर कहीं घाव है तो शहद लगाएं। जल्दी घाव भरेगा निशान भी नहीं होगा।
काले चने का उपयोग अभी ज्यादा करना चाहिए। चना न केवल खाने में रुचि को बढ़ता है बल्कि शरीर को ताकत भी देता है। उपला चना खाना कफ और पित्तनाशक होता है। हृदय रोगी इसे सैंधा नमक के साथ खाएं।