अयोध्या राममंदिर निर्माण में 8.5 फीट ऊंची होगी रामलला की सलोनी प्रतिमा

Aug 5, 2023 - 15:15

अयोध्या. अयोध्या में राममंदिर निर्माण के साथ रामलला की प्रतिमा का निर्माण भी तेजी से शुरू कर दिया गया है। रामलला की प्रतिमा आसमानी और ग्रे रंग के पत्थरों से तैयार हो रही है। यह काफी आकर्षक होगी। इसमें भगवान राम का पांच साल का बालक स्वरूप होगा। इसकी ऊंचाई कमलदल सहित साढ़े आठ फीट होगी। मूर्ति के प्रारूप के तौर पर 9 से 12 इंच तक के मॉडल बनाए जाएंगे। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों को इसके दर्शन 30 से 35 फीट की दूरी से होंगे।

राजस्थान के कारीगरों का कमाल राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से बनाए जा रहे मंदिर के प्रथम चरण का कार्य अंतिम चरण में है। मंदिर में 160 स्तंभ लगाए जा चुके हैं, जिन पर नक्काशी के लिए सैकड़ों कारीगर काम कर रहे हैं। इनमें राजस्थान और केरल के 40 कारीगर शामिल हैं। इन खंभों पर 4500 से ज्यादा मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। इनमें त्रेता युग की झलक दिखाई देगी। हालांकि मंदिर का संपूर्ण निर्माण कार्य 2025 में पूरा हो पाएगा, लेकिन रामलला जनवरी 2024 में ही विराजमान होंगे।

प्रथम तल पर सपरिवार विराजेंगे भगवान राम श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में श्रीराम के बाल्यकाल की मूर्ति लगेगी। मंदिर के प्रथम तल पर वह परिवार के साथ विराजेंगे। दूसरे फ्लोर में कोई प्रतिमा स्थापित नहीं की जाएगी। यह केवल मंदिर को ऊंचाई देने के लिए बनाया जाएगा। अब तक मंदिर निर्माण में 21 लाख घन फुट ग्रेनाइट, सैंड स्टोन और मार्बल का प्रयोग किया गया है।

प्रतिमा इतनी बड़ी होगी कि श्रद्धालु भगवान की आंखों और चरणों को देख सकेंगे। भक्तों की सुविधा के लिए जन्मभूमि पथ का भी निर्माण कराया है। इसे रामभक्तों के लिए खोल दिया गया है। इस पथ से रोजाना लाखों श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। राम मंदिर की नींव 5 अगस्त, 2020 को रखी गई थी। तीन साल बाद अब मंदिर का भव्य रूप दिखाई देने लगा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक एक हजार साल तक श्रीराम मंदिर की रिपेयरिंग की जरूरत नहीं होगी। मंदिर के गर्भ निर्माण की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि सूर्य कि किरणें सबसे पहले मंदिर के गर्भगृह को स्पर्श करेंगी। चंपत राय ने बताया कि अक्टूबर तक मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा कर लिया जाएगा।

फिनिशिंग टच दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह 21 से 23 जनवरी के बीच करने का प्रस्ताव : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अगले साल 21, 22 और 23 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करेंगे।

इसमें प्रमुख साधु और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट समारोह में देश के 136 सनातन परंपराओं के 25 हजार से अधिक धर्मगुरुओं को आमंत्रित करने का विचार है। मंदिर ट्रस्ट के न्यासी अनिल मिश्रा ने कहा ट्रस्ट अयोध्या में राम जन्मभूमि के अभिषेक समारोह के लिए आने वाले भक्तों को एक महीने तक मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है। इस दौरान रोजाना 75 हजार से एक लाख भक्तों को भोजन कराया जाएगा। 

चौखट मार्बल व द्वार सागौन का: राम मंदिर की चौखट मार्बल की, जबकि द्वार महाराष्ट्र की सागौन लकड़ी का होगा। आर्किटेक्ट इंजीनियर अंकुर जैन ने बताया कि मंदिर में हर स्तंभ को तीन भाग में बांटा गया है। हर स्तंभ में 20 से 24 मूर्तियां उकेरी जा रही हैं।