लोग कहते थे 95 की उम्र में इन्हें कहां गेम खिलाने ले जा रहे हो

Aug 9, 2023 - 23:22
Aug 9, 2023 - 23:23

कहते हैं अगर आप कुछ ठान लें तो उम्र आपके काम में रोड़ा नहीं बन सकती है। दिल्ली के नजफ़गढ़ की रहने वालीं 95 वर्षीय एथलीट भगवानी देवी डागर इसी की मिसाल हैं। इंडियाज गॉट टैलेंट 10 में हाल में उन्होंने अपने पोते विकास डागर के साथ प्रतिभाग किया और शॉट थ्रोअर (गोला फेंक) में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

पेश है उनसे खास बातचीत: \'लोग कहते थे 95 की उम्र में इन्हें कहां गेम खिलाने ले जा रहे हो जहां बहुत सी लड़कियों को अपने सपने पूरे करने का मौका नहीं मिलता वहां 95 साल भगवानी देवी ने हर एक महिला के लिए मिसाल कायम की है। वह कहती हैं, 'दिसंबर 2021 की वात है, जब मेरे पोते ने मुझे इस गेम को खेलने के लिए वोला था। तब उसने मुझे शॉट पुट दिया तव मैंने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई, क्योंकि मेरे सोने का वक्त था। लेकिन अगली सुबह मैंने उस से पूछा कि तू क्या दिखा रहा था, दिखा जरा, कोशिश करती हूं। फिर उसने शॉट पुट दिखाया और मैंने उसे फेंका, तब लगा ये कोई मुश्किल बात नहीं है मेरे लिए, मैं तैयारी के साथ इसे कर सकती हूं। यहीं से इसकी शुरुआत हुई।

लोगों से सुनने को मिली कई बातें।

जहां आज भी लड़कियों को आगे बढ़ने पर समाज के ताने सुनने को मिलते हैं, वहीं 95 साल की उम्र में जव भगवानी देवी ने एथलीट बनने का मन बनाया तो उनके लिए भी ये राह आसान नहीं थी । वह बताती हैं, \'समाज में बहुत से लोगों ने तरह-तरह की बात की थी । जब मैं इंटरनैशनल खेलने के लिए जा रही थी, तभी बहुत से लोगों ने मुझे और मेरे पोते को बोला कि इस उम्र में इन्हें कहा ले जा रहे हो, उन्हें कुछ हो गया तो क्या होगा, ये कोई उम्र है खेलने की। ऐसी ही कई बातें सुनने को मिलीं, लेकिन मैंने मन बना लिया था। 

मुझे लगा मैं कर सकती हूं

अपने गेम के बारे में भगवानी देवी बताती हैं, \'मैंने शॉट थ्रोअर में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। इस गेम में पहले 95 साल से कम उम्र के लोगों ने ही रिकॉर्ड बनाया था। तव मुझे लगा कि इसमें मुझे कोशिश करनी चाहिए। मैंने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। उसके वाद इंडियाज गॉट टैलेंट 10 में मैंने ये रिकॉर्ड बनाया।\' वह आगे बताती हैं, \'जव मैं इसकी शुरुआत की थी तब मेरी उम्र 93 साल थी । पहला स्टेज मैंने नेहरू स्टेडियम दिल्ली में खेला था। वहां तीन गोल्ड जीते थे। फिर अप्रैल 2022 में खेला चेन्नई नेशनल, वहां भी मैंने 3 गोल्ड मेडल जीते थे। उसके बाद पहला मौका मिला इंटरनेशनल गेम खेलने का। फिनलैंड में हमारा मैच हुआ और मैंने वहां एक गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए थे। फिर इसके वाद और कई मैच खेले ।\'

पहला स्टेज नेहरू स्टेडियम दिल्ली में खेला था जहां मैंने तीन गोल्ड पदक जीते थे। फिर एक और नैशनल गेम में मैंने तीन स्वर्ण पदक जीते । उसके बाद फिनलैंड में इंटरनैशनल मैच खेला और वहां 1 गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए थे। - भगवानी देवी डागर, एथलीट